नारी शक्ति का प्रतीक माँ दुर्गा,
है आई होके सिंह पे सवार |
लेके संग लक्ष्मी और गणेश,
माँ की टोली है तैयार ||
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गुंजी माँ आस्छे की हुंकार,
कलकत्ता नगरी करे पुकार |
हो चाहे कोरोना की फटकार,
दिल से करेंगे माँ का दीदार ||

माँ की कृपा सबपे अपार,
दिल में उम्मीदों की भरमार |
उसी उमंग उत्साह के साथ,
शहर की रौनक भी शानदार ||
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कोरोना का इनको भय नहीं,
कहते रोग विशाल, संशय नहीं ||
हम फिर भी अलख जगाएंगे,
हम दुर्गा पूजा मनाएँगे || – 2
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लाइटिंग और इनके थीम पंडाल,
सजाते हैं, माँ का दरबार |
आओ हम सब भी मनाते हैं,
नवरात्रि का पावन त्यौहार ||