वो सो गयी है तेरे दर्द का प्रचार करके, वक्त रहते तू भी खुद को सुलाना सिख ले | क्या हुआ जो आज तू घंटो खाली बैठा, दिलासा देके दिल को तू बहलाना सीख ले || *** तेरी लिखी वो नज्में आज एक बंद किताब है, पलकों में लिए आँसू, […] Hindi Poems Love Under Construction जरा तू चीख़ ले 2 comments