न रोक पायेगा तू, आगे है मुझको बढ़ना, तेरा दायरा जहाँ तक, शुरू अब वहीँ से चलना | रहा हौसलों से जिन्दा, मेरा मन लगा कहीं ना, सब करके देखा जो भी, मुझको लगा सही सा || * मेरी सहमी सी node, आई गर्दन पे मौच, लोग नोचने लगे फिर […]
Find Your's Don’t Stop
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क्यों रुक मैं गया ? जब साँस हुई अंदर भारी, फिर याद आई जिम्मेदारी, सपनों की सवारी करनी? पहले खुद की करो पहरेदारी | सीधा तन के निकला तो फिर, हांफ के क्यों झुक मैं गया? और, नहीं मिली मंजिल अब तक, तो हार के क्यों रुक मैं गया || […]