बज गया फिर बिगुल, होने वाली है शोरगुल | फिर चुनाव आया है, कुछ झूठे वादे लाया है || *** इस बार बिहार की पारी है, पर लालू की खोज भी जारी है | होगा उम्मीदवारों का फुसलाना, आजकल घर घर दिखते भिखारी हैं || *** चले जब पैदल, ये […] Hindi Poems बिगुल बिहार के चुनाव का