मेरी मेहनत में क्या कमी रही, क्यों आँखों में मेरे नमी रही. पिंजरें की कड़ी ना तोड़ सकी, साँसे ऐसी मेरी जमी रही. * सोचा नहीं हकदारों को तुम खून के आंसू रूलाओगे, योग्य अयोग्य का भेद मिटा, धांधली की सीढ़ी चढ़ जाओगे | और सबकी टांग खींचने वालों तुम […]
कहना था वो कह गई , ना सहना था वो सह गई, एक बांध आँसुओं का था, वो टूट कर के बह गई | देह भरा खरोंचो से, न रक्त-धारा जम सकी, क्रूर इस जहां को फिर अलविदा वो कह गई || * थी बर्बादी की एक आंधी जब हवा […]
ना शोर था कोई उलझनों का, बस खामोशियाँ हवा में, शोर करती जा रही थी | सर की मेरी कुछ नसें, तब दिल के मेरे तारों से, कुछ बातें करने आ रही थी | *** सोच से मैं मुग्ध, और जुबान से मैं अधपक्का, मैं फिर भी बक-बका के था […]
This is my poem that I turned into a song about loneliness. Link – at the end of the poem. दिल मेरे आज, तुझसे है कहना, सीखो तुम यार तन्हा भी रहना || *** कोई नहीं तो क्या, माँ बाप का है प्यार – 2times उनके तुम यार, बनके रहना… […]
A special poem for your mother – Happy Mother’s Day मेरे पक्ष में बस तू ही है, बेपक्ष ज़माना है, ओह माँ, तूने मुझसे ज्यादा, मुझको जाना है || _*_ जन्नत-ऐ-अंश, जो तेरे चरणों की ये धूल है, तुझे रुलाना और सताना, मेरा पाप है, मेरी भूल है || _*_ […]
Friendship or One-sided love, should now be treated as synonyms in most of the situations. This poem would highlight the same picture for you. मित्र बन तेरे आंसुओ से इकरार करता रहा, तुम मेरी दोस्त बन गयी, मैं तुमसे प्यार करता रहा | नजरबंद मेरे एहसासों को हवा नसीब ना […]