Poem in itself is one of the finest ways of expressing emotions. Hindi Poems category reserves a connecting advantage for the writers to go easily into the hearts of the readers. Let’s spread some thoughts in Hindi, what Palmword genuinely feels like. Here we’re going to serve you all sort of emotions on one single table.
सवाल करके आज मैं बवाल बन गया, क्यों बन सका न ढ़ाल मैं मलाल मन में हाँ, सबकी आँखें थी तरसती देखने को मेरे आंसूं, मेरा दर्द लिप्त आग में, मशाल बन गया || है तेरा वक्त बीत, तू रक्तबीज, तू कैसे बच के जाएगा, है fire heat मेरे rap […]
मैं भीड़ में, तनहा सा, गमजदा सा, मैं तमाशा, तेरे साथ थी सारी आशा, अब निराशा, और हताशा |…. * खुद को रोकने की सजा, मैं कब से खुद को दे रहा, ये सोचने की जगह, क्यों CAREER मेरा मंद पड़ा, थी रौशनी तलाश में, हताश मैं, खोया रहा था […]
तू जहाँ थी, वहां पे, बेचैनियां बड़ी थी, हाथों में तेरा हाथ, लगा जैसे हथकड़ी थी | तू थी शातिर और मैं पागल, मुझको कैसी हड़बड़ी थी? फिर गई तू तोड़ के वो सारी आस जो जुड़ी थी ||…slow * on beat… मैं बेहाल सा शख्श, वक्त बेवक्त करता सब […]
वो शहर ठिकाना कैसे बने, जो दे न सके रोने का कोना | जो माँ की तरह परवाह न करे, गर पड़ जाये भूखा ही सोना || * जहाँ मेरी चीख कैद दीवारों में, और आँसू आँख से बह ना सके | बेकार शहर की वो चकाचौंध, जहाँ हम दर्द […]
मेरी मेहनत में क्या कमी रही, क्यों आँखों में मेरे नमी रही. पिंजरें की कड़ी ना तोड़ सकी, साँसे ऐसी मेरी जमी रही. * सोचा नहीं हकदारों को तुम खून के आंसू रूलाओगे, योग्य अयोग्य का भेद मिटा, धांधली की सीढ़ी चढ़ जाओगे | और सबकी टांग खींचने वालों तुम […]
राग द्वेष हैं सबके, सब अपने बनके, मेरे पास भटके, सारे भ्रम से लगते, मुझे आज भी वक्त मेरा, दिखता सख्त सा ही, चाहा सबको, कोई मिलता क्यों नहीं ? झूठे लोग, उनकी झूठी बातें, सब कुछ सिखाते, सारे रिश्ते नाते, मतलब की जात, मतलब की खाते हैं पहले मीठी […]
जगी मशालें दिल में संभाले, जलने का मुझको ध्यान नहीं, हूँ आज का युवा, अस्थ-व्यस्त, कल का भी मुझको ज्ञान नहीं II * हड़बड़ी कर होड़ में पागल, गड़बड़ी कर फसा मैं दलदल, शोर हर पल दिल में हलचल, रोया देख मैं उथल-पुथल II * मुसीबतों से प्यार करके, खुद […]
A poem considering the current scenario going worse with every new generation. It’s about the irresponsible young age people who enter a relationship for any reason whatsoever. Lot of excitement is obvious. But, thanks to the technogies we’ve got the access to. Social plateforms have shown the most horrible sketch […]
हम दिल को तेरे छोड़ चले तू गैर से नाता जोड़ भले, हम दिल को तेरे छोड़ चले | तेरी भीड़ भरी तन्हाई से बच, शर्म का दामन ओढ़ चले || * दिल खुशियों में तेरा फूले फले, मेरे दिल में भरे तू शोक भले | मैं खुद को फनाह […]
सपनों में रंगी स्याही से हकीकत लिख दूँ, कुछ ऐसा बनूँ जो शब्द दूँ तो नसीहत लिख दूँ | काश उस खुदा की मेरे शब्दों में बरकत हो, जो लिखने पे आऊं किसी मरीज की तबीयत लिख दूँ || माना तुच्छ हूँ मैं उच्च नहीं, ज्यों घड़ा कोई […]