मेरी मेहनत में क्या कमी रही, क्यों आँखों में मेरे नमी रही. पिंजरें की कड़ी ना तोड़ सकी, साँसे ऐसी मेरी जमी रही. * सोचा नहीं हकदारों को तुम खून के आंसू रूलाओगे, योग्य अयोग्य का भेद मिटा, धांधली की सीढ़ी चढ़ जाओगे | और सबकी टांग खींचने वालों तुम […] Emotions Untouched Hindi Poems Motivational मेहनत में क्या कमी रही ? 1 comment