ना शोर था कोई उलझनों का, बस खामोशियाँ हवा में, शोर करती जा रही थी | सर की मेरी कुछ नसें, तब दिल के मेरे तारों से, कुछ बातें करने आ रही थी | *** सोच से मैं मुग्ध, और जुबान से मैं अधपक्का, मैं फिर भी बक-बका के था […]
This is my poem that I turned into a song about loneliness. Link – at the end of the poem. दिल मेरे आज, तुझसे है कहना, सीखो तुम यार तन्हा भी रहना || *** कोई नहीं तो क्या, माँ बाप का है प्यार – 2times उनके तुम यार, बनके रहना… […]
नारी शक्ति का प्रतीक माँ दुर्गा, है आई होके सिंह पे सवार | लेके संग लक्ष्मी और गणेश, माँ की टोली है तैयार || *** गुंजी माँ आस्छे की हुंकार, कलकत्ता नगरी करे पुकार | हो चाहे कोरोना की फटकार, दिल से करेंगे माँ का दीदार || माँ की कृपा […]
If you’re done with fighting for your career, family problems or routine job, wait! Here’s one more wall you need to break down, The society! A horde of idiots who think themselves nothing less than a supreme court judge. Living in a society is as good as standing in a […]
बज गया फिर बिगुल, होने वाली है शोरगुल | फिर चुनाव आया है, कुछ झूठे वादे लाया है || *** इस बार बिहार की पारी है, पर लालू की खोज भी जारी है | होगा उम्मीदवारों का फुसलाना, आजकल घर घर दिखते भिखारी हैं || *** चले जब पैदल, ये […]