Poem in itself is one of the finest ways of expressing emotions. Hindi Poems category reserves a connecting advantage for the writers to go easily into the hearts of the readers. Let’s spread some thoughts in Hindi, what Palmword genuinely feels like. Here we’re going to serve you all sort of emotions on one single table.
बज गया फिर बिगुल, होने वाली है शोरगुल | फिर चुनाव आया है, कुछ झूठे वादे लाया है || *** इस बार बिहार की पारी है, पर लालू की खोज भी जारी है | होगा उम्मीदवारों का फुसलाना, आजकल घर घर दिखते भिखारी हैं || *** चले जब पैदल, ये […]
वो सो गयी है तेरे दर्द का प्रचार करके, वक्त रहते तू भी खुद को सुलाना सिख ले | क्या हुआ जो आज तू घंटो खाली बैठा, दिलासा देके दिल को तू बहलाना सीख ले || *** तेरी लिखी वो नज्में आज एक बंद किताब है, पलकों में लिए आँसू, […]
कब मिलेगी नौकरी ? – बेरोजगारी हाँ ! हूँ मैं परेशान, और मेरी सोच भी हैरान, क्या मेरे सवालों का अब देश देगा समाधान ? दबाने का न सोचना जरा भी मेरी बात को, साथ मेरे आज अब खड़ा है हिंदुस्तान || *** पढाई की, ये सोच कि मिले नौकरी […]
This poem is about lord krishna’s birth and particularly featured on that time period only. (बाल कृष्णा – जन्माष्ठमी) जेल में ही जन्म लिया, टिके वही प्राण है, इस आठवीं संतान की तो व्यथा भी महान है | कर्म इतने लिख दिए, खुद सोच में भगवान् है, रचु कैसे ये […]
कोई किसी से कम नहीं, मत सोच के तुझमें दम नहीं | तेरा साहस अपार, तू है बेमिसाल || * क्यों सोचे तुझमें वो बात नहीं, कुछ करने की औकात नहीं | क्यों दिमाग पर इतना जोर धरे, सोच सोच के सीने में बोझ करे || * क्या हुआ जो […]
क्यों इतनी तर्क करे मुझसे, थोड़ा धीरज धर आ बात तो कर | गर नहीं समझना मुझको तो, जरा बात को तू निष्णात तो कर || * मासूम उदासी छाई है, तेरे दिल को ये अगुवाई है | मेरे दिल की तुझे तो इज्जत हो, सारे जग में जग- हसाई […]
Wine shops are open now amid lockdown situation prevailing in India. Are they better saving the economy or making the lockdown hopeless, resultsless and lifeless ? अब खोल दिए है मयखाने, जब मंदिर पड़े वीराने से, चुपके से शराबी बोल पड़ा, अरे देश को मुझे उठाने दे || -*- पूरी […]
Daughters(बेटियां) I feel, are more affectionate and attached to their family. So, they deserve to be equally loved as their parents do their son. बीस साल तक काम सिखाया, फिर ब्याह दी, भर के पेटियां, 3-4 बक्सों का बोझ, भर-जीवन उठाती बेटियां || _*_ बेटे ने गर की है पसंद, […]
A special poem for your mother – Happy Mother’s Day मेरे पक्ष में बस तू ही है, बेपक्ष ज़माना है, ओह माँ, तूने मुझसे ज्यादा, मुझको जाना है || _*_ जन्नत-ऐ-अंश, जो तेरे चरणों की ये धूल है, तुझे रुलाना और सताना, मेरा पाप है, मेरी भूल है || _*_ […]